किन्नर से प्यार भाग - 18




कहानी _ **किन्नर का प्यार**

भाग _ 18 

लेखक_ श्याम कुंवर भारती

पुलिस ने हर किन्नर को पकड़ पकड़ कर उनसे पूछ ताछ करना शुरू कर दिया था और उनसे पुष्पा की जानकारी ले रही थी ।उसने पुष्पा किन्नर को भी बुलाकर सुनंदा को ढूंढने में मदद करने को कहा ।
पुष्पा ने कहा मैं और पूरी टीम सुनंदा का पता लगाने में लगी हुई है क्योंकि वो मेरी बेटी जैसी है ।मैं नही चाहती की किन्नर समाज में शामिल कर फूल जैसी लड़की की जिंदगी नर्क बना दे पुष्पा ।
हॉस्पिटल में सुनंदा और उसकी मां के साथ राखी भी गई और सबने उस डॉक्टर से मुलाकात किया और कहा _ डॉक्टर साहब हम लोगो ने आप पर आंख मूंदकर विश्वास किया लेकिन आपने हमारा विश्वास तोड़ दिया। जिस राज को हम लोगो ने अपनी बेटी के बारे में वर्षो से छिपाकर रखा था।लेकिन जब अस्पताल में अपनी बेटी का इलाज कराने आए तभी उसका राज खुल गया ।देखिए किन्नर लोग हमारी बेटी को अपहरण कर ले गए। भगवान जाने उसके साथ क्या बीत रही होगी ।अगर वो जल्दी नही मिली तो वे लोग उसे अपने समाज में मिला लेंगे और मेरी बेटी की जिंदगी बद से बदतर हो जायेगी।उसके पिता ने रोते हुए कहा ।
ऐसा कैसे हो सकता है।हमारे अस्पताल में अमीर गरीब छोटे और बड़े सभी तरह के लोग अपनी तरह तरह की बीमारियों का इलाज कराने आते हैं लेकिन सबके राज को राज रखा जाता है।यह राज हमारे अस्पताल से लीक नही हुआ है।जरूर आपके किसी अपने ने उन किन्नरों को बताया होगा ।डॉक्टर ने कहा ।
हमारी बेटी के बारे में केवल चार लोग जानते थे ।मैं ,मेरी पत्नी ,खुद सुनंदा और उसकी सहेली ये राखी। सुनंदा के पिता ने दुखी होकर कहा।
इनमे से सभी उसे दिलो जान से चाहते हैं । हम लोग खुद ही अपने बेटी की जिंदगी तबाह क्यों करेंगे ।हम चारो के बाद आपके अस्पताल को पता चला था।
डॉक्टर ने गंभीर होकर कहा ठीक है आप को शक है मैं इसकी जांच करूंगा ।
सुनंदा की मां ने कहा _ डॉक्टर साहब जैसे ही मेरी बेटी मिल जायेगी हमलोग उसका इलाज जल्द से जल्द कराना चाहते है ताकि उसके सिर पर किन्नर होने का लगा कलंक मिट सके ।
आप बस तैयारी कर रखे और जल्दी ऑपरेशन में होने वाला खर्चा बताए ।हमलोग कर्जा लेकर भी उसका इलाज कराएंगे।
आप लोग चिंता मत करे मेरी हार्दिक दुआ है आपकी बेटी जल्दी मिल जाए।
कॉलेज में प्रवेश अपने सभी साथियों को संबोधित कर कह रहा था ।हमारे कॉलेज की एक स्टूडेंट का अपहरण कर लिया गया है।पुलिस इतने दिनो बाद भी उसकी तलाश नही कर पाई है । हमलोगों को आज शाम शांति से एक कैंडल मार्च निकालना चाहिए ताकि पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाया जा सके जल्द से उसकी तलाश करने के लिए।
एक ने स्टूडेंट ने कहा _ लेकिन वो तो किन्नर है ।उसे किन्नर ही ले गए है ।तो इसमें हमलोग क्यों जुलूस निकाले ।
वो किन्नर है या नही इसका पता तो उसके मिलने के बाद मेडिकल जांच से ही पता चलेगा लेकिन मानवता और हमारे कॉलेज की स्टूडेंट होने के नाते हम सबको उसका साथ देना चाहिए।प्रवेश ने सबको समझाते हुए कहा ।
सबने उसकी बात का समर्थन किया और शाम को केंडल मार्च निकालना तय हुआ ।
प्रवेश और उसके साथी तुरंत कॉलेज स्टूडेंट यूनियन के अध्य्क्ष और सचिव से मिले और सारा मामला बताकर सहयोग करने को कहा ।
उन सबने भी उसका समर्थन किया और थोड़ी ही देर में पूरे कॉलेज के सभी स्टूडेंट को शाम छ बजे केंडल मार्च में सामिल होने के लिए सूचित कर दिया गया।
राहुल सुनंदा को लेकर काफी बैचेन था ।उसे उसका धोखा देना बहुत खल रहा था ।बार बार उसकी भोली भाली सूरत उसके नजरो के सामने चलचित्र की तरह याद आते रहती थी ।
लेकिन पहले चरण का एग्जाम होने वाला था इसलिए वो सबसे ध्यान हटाकर अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहता था ।लेकिन सुनंदा की याद उसके दिल से जाने का नाम नही ले रही थी ।
किन ख्यालों में गुम हो राहुल तभी नीलम ने आकर उसे सोच में खोए हुए देखकर पूछा ।कही सुनंदा के बारे में तो नही सोच रहे हो।
एक धोखेबाज लड़की के बारे में क्या सोचना ।उसे अब भूल जाओ तुम।
इतना कहकर वो उसका हाथ अपने हाथों में लेकर सहलाने लगी ।
राहुल ने धीरे से अपना हाथ छुड़ाते हुए कहा _ मैं भी चाहता हूं की उसे भूल जाऊं लेकिन जितना भूलना चाहता हूं वो उतना ही याद आती है मैं क्या करूं।उसने उदास होकर कहा ।
उसे भुलाने में ही तुम्हारी भलाई है राहुल ।एक किन्नर के साथ तुम जिंदगी तो नही बिता सकते।ये मत भूलो की तुम बहुत ही जल्दी एक भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बनने वाले हो इसलिए अपने दिल पर काबू रखो।
नीलम ने उसके चेहरे को अपने हाथों में लेकर उसकी आंखों में देखते हुए कहा ।
ठीक है नीलम मैं कोशिश करूंगा।राहुल ने उदास स्वर में कहा ।
वेरी गुड राहुल ।वैसे मैं हूं न तुम्हारे साथ ।तुम देखना मेरे रहते तुम उसको हमेशा के लिए भूल जाओगे।
नीलम खुश होते हुए उसकी कुर्सी के सामने नीचे बैठ कर उसके चेहरे को निहारते हुए बोली ।
अब से तुम केवल मेरे बारे में सोचो देखना तुम उसको बहुत जल्दी भूल जाओगे।
नीलम ने मुस्कुराते हुए कहा ।
राहुल कुछ नही बोला वो अब भी उदास था।
 सुनंदा कई दिनों से कुछ खा पी नही रही थी ।वो काफी कमजोर दिख रही थी । पुष्पा और उसके साथी उसे खाना खिलाने की बहुत कोशिश कर रहे थे।लेकिन वो बार बार खाने की थाली से अपना मुंह फेर लेती थी।
तुम मान क्यों नही लेती जिद्दी लड़की की अब से तुम्हारी यही जिंदगी है ।तुम्हे अब किन्नरों की जिंदगी जीनी है।इसलिए चुपचाप हम जो कह रहे हैं हमारी बात मान लो ।वरना तुम्हारा बहुत बुरा हाल करूंगी मैं।
पुष्पा ने उसके गाल पर एक जोरदार तमाचा मारते हुए कहा।
सुनंदा की आंखे छलक आई।उसने रोते हुए कहा _ मैं मरते मर जाऊंगी लेकिन तुम्हारी कोई बात नही मानूंगी।
मैं पहले ही कह चुकी हूं।इसलिए मुझे छोड़ दो इसमें तुम्हारी भी भलाई है और मेरी भी है ।
तू क्या तेरा भूत भीं मेरी बात मानेगा। पुष्पा ने फिर उसके गाल पर करारा थप्पड़ मारा।सुनंदा कुर्सी सहित जमीन पर गिर पड़ी ।
दो किन्नरों ने कुर्सी सहित उसे उठाकर फिर से बैठा दिया ।
पुष्पा उसे और कुछ कहती इससे पहले एक किन्नर ने उसे खींच कर किनारे लाई और बोली इसे ज्यादा टार्चर मत करो ।अगर कुछ हो गया तो लेने के देने पड़ेंगे मौसी।
एक तो जबसे आई है कुछ खा पी नही रही है।ऊपर से उसे मारोगी तो उसकी हालत खराब हो जायेगी ।
तभी उसके कुछ लोग एक लड़के को पकड़कर लाए उसका भीं हाथ पैर बंधा हुआ था।वो रो रहा था ।मुझे छोड़ दो छोड़ दो चिल्ला रहा था ।
पुष्पा ने कहा इसका अभी बधिया ( पुरुष जननांग काट देना ) कर दो सब ।हिजड़ा बना दो ।ताकि आगे चलकर हमारे साथ ढोलक झाल और हारमोनियम बजायेगा।
सुनंदा यह सब देखकर अंदर तक सिहर गई।उसे पुष्पा जैसी किन्नर पर घृणा हो रही थी ।एक सामान्य आदमी को जबरजस्ती किन्नर बना देते है सब ।तभी एक औरत अपने बेटे के साथ आई बोली मेरे बेटे को अपने साथ रख लो ।मेरी इतनी हैसियत नहीं है की इसका पालन पोषण कर सकू। तुम्हारे साथ रहेगा तो नाच गाकर और मांगकर जिंदा तो रहेगा ।
पुष्पा ने उसे दस हजार रूपए देकर कहा जल्दी से चली जाओ यहां से।उसने उसके साथ आए एक दलाल को कहा छिप कर जाना कही किसी की नज़र न पड़े ।
उसके जाने के बाद उसने अपने लोगो से बेशर्मी से हंसते हुए कहा _ इस लड़के का बधिया मत करना आगे चलकर तुम लोगो का पति के रूप में काम आएगा ।लेकिन इसका विवाह अपने आराध्य देव से करा कर अपने समाज में मिला लेंगे।
उसने एक दलाल को फोन कर कहा दो चार ग्राहक ढूंढ कर लाओ आज। एक दम तरो ताजा लड़की है ।लेकिन सिर्फ एक तरफ से काम चलाना होगा । हर ग्राहक से बीस बीस हजार रुपए लूंगी ।
तेरे को प्रति ग्राहक ढाई हजार दूंगी ।
उधर से दलाल ने उसे डांटते हुए कहा _ तुमने किस आफत लड़की का किडनेप कर लिया है।अभी देखो केंडल मार्च निकल रहा है।उसमे हजारों कॉलेज का लड़का लड़की लोग शामिल है ।पुलिस तुमको हर जगह तलास रही है । सावधान रहना ।
आज मैं कोई ग्राहक नही ला सकता।अगर मेरा ग्राहक भी पकड़ा गया तो मेरा क्रेडिट खराब हो जायेगा ।फिर उसने फोन काट दिया ।
पुष्पा ने उसे गंदी गंदी गालियां देने लगी।फोन को अपने ब्लाउज में रखते हुए सबको बोली साबलोग सावधान रहना।उधर शहर में इसके लिए केंडल मार्च निकल रहा है।पुलिस हर तरफ इसकी तलास कर रही है।
डॉक्टर ने ऊस दिन सुनंदा के मेडिकल चेकअप में जितने अस्पताल के स्टाफ सामिल थे सबको अपने चेंबर में बुलाया और कहा _ सबको पता हैं चाहे जो भी हो जाए हम अपनी गोपनियता भंग नही करते ।अपने मरीज का कोई भी राज किसी को नही बताते ।यह हमारे पेशे के साथ धोखा होता है ।फिर भी सुनंदा का राज हमारे हॉस्पिटल से बाहर गया ।किसने ऐसा किया बताओ सब वरना मैं तुम सबको नौकरी से बाहर निकाल दूंगा।
सबलोग डॉक्टर की बात सुनकर डर से एक दूसरे को देखने लगे।
सबने ना में सिर हिलाया ।तभी सबकी हेड नर्स ने कहा सर चांदनी का घर सुनंदा के मोहल्ले में ही है ।कही इसी ने तो किन्नरों को उसके बारे में नही बताया।
सबने देखा चांदनी नाम की नर्स डर से थर थर कांप रही थी।उसका ऐसा हाल देखकर हेड नर्स को पक्का यकीन हो गया।उसने उसके गाल पर तमाचा मारते हुए बोला _ बता तूने ही बताया था न किन्नर को ।देख उस लड़की का किडनेप हो गया है।हमारा एक क्लाइंट भी हाथ से चला गया ।तुम्हारी एक गलती से ।
डॉक्टर ने डांटकर कहा_ बताओ जल्दी वरना तुम्हे हॉस्पिटल का नियम तोड़ने के जुर्म में जेल भेजवा दूंगा नौकरी तो जायेगी ही ।
वो रोने लगी मुझे माफ कर दीजिए सर मुझे पैसे की बहुत जरूरत थी ।इसलिए दस हजार रूपए लेकर पुष्पा किन्नर को सब बता दिया था।
 हेड नर्स ने फिर उसे थप्पड़ मारी और बोली लालची लड़की दस हजार रूपए के चलते कितना बड़ा जुर्म किया है तुमने अंदाजा नहीं है तुमको ।अगर उस लड़की को कुछ हों गया तो उसका सारा दोष तुझपर ही जायेगा ।
डॉक्टर ने कहा _ इतना ही नही उस लड़की का इलाज हमारे अस्पताल के लिए बड़ी उपलब्धि होती ।हमारा नाम और प्रचार होता ।एक लड़की की जिंदगी बन जाती ।
हमारा इस तरह का यह पहला केस होता।इसलिए मैने बाहर से दो दो डॉक्टर को हायर किया है।
फिर उन्होंने अपने हेड नर्स से कहा_ इसको अस्पताल से हमेशा के लिए निकाल दो और दूसरी नर्स भर्ती करो।
उसने उस नर्स से तुरंत पुष्पा का फोन नंबर मांगा।
उसने दे दिया ।डॉक्टर ने तुरंत उसे पुलिस एस पी को दिया और कहा सर शायद इस नंबर से आपको सुनंदा को ढूंढने में मदद मिले यह पुष्पा किन्नर का नंबर है ।
केंडिल मार्च में हजारों छात्र छात्राओं ने भाग लिया था ।राखी भी प्रवेश के साथ मार्च में आगे आगे चल रही थी।
पुलिस भी साथ साथ चल रही थी । प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया भी काफी संख्या में मार्च को कवर कर रहे थे।
न्यूज को राहुल की मां भी देख रही थी लेकिन नफरत की दृष्टि से।वही सुनंदा के माता पिता न्यूज को देखकर रोए जा रहे थे।
एस पी ने अपनी पुलिस टीम को अलर्ट कर तीन गाड़िया में गोपनीय रेड मारने को निकल गए।

पुष्पा ने कहा_ ये लड़की ऐसे नही मानेगी इसे बेहोशी का इंजजेक्सन लगा दो सब । इसे बेहोश कर इसका आज अपने आराध्य देव से विवाह कर किन्नर समाज में शामिल करेंगे।सबने तुरंत सुनंदा को इंजेक्सन लगा दिया।थोड़ी देर में वो बेहोश हो गई।
एक घंटा के अंदर पुष्पा के ठिकाने पर पुलिस ने चारो तरफ से घेर लिया ।कुछ लोग भागने लगे ।लेकिन पुलिस ने उनके पैरों में गोली मारकर घायल कर दिया।पुष्पा को भी पकड़ लिया गया।
सुनंदा बेहोशी की हालत में दुलहन के रूप में पाई गई ।

शेष अगले भाग _19 में।

लेखक_ श्याम कुंवर भारती
बोकारो झारखंड
मोब.९९५५५०९२८६



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1 Comments

Mohammed urooj khan

04-Nov-2023 12:46 PM

👍👍👍👍

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